Business Idea: गुलाब, गेंदा फूलों की खेती से होगी तगड़ी कमाई, सरकार दे रही 40% सब्सिडी, ऐसे उठाएं फायदा
Flower Cultivation: गुलाब, गेंदा, गुलदाउदी, गैलार्डियाकी खेती फायदे का सौदा है. हर साल गुलाब और गेंदे के फूल से दोगुनी कमाई हो सकती है.
गुलाब का एक बार लगाया हुआ पौधा 20 वर्षों तक पैदावार देता है. (Image- Freepik)
गुलाब का एक बार लगाया हुआ पौधा 20 वर्षों तक पैदावार देता है. (Image- Freepik)
Flower Cultivation: देश में फूलों की मांग बढ़ने से किसानों का रुझान फूलों की खेती की तरफ बढ़ा है. गुलाब, गेंदा फूलों की खेती से मुनाफे की खुशबू आ रही है. फूलों की खेती फायदे का सौदा है. इसमें लागत कम और मुनाफा ज्यादा होता है. फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें अपने स्तर पर कई योजनाएं चला रही हैं. इसी कड़ी में राजस्थान सरकार ने प्रदेश में फ्लोरीकल्चर (Floriculture) को बढ़ावा देने के लिए किसानों को सब्सिडी दे रही है.
फूलों के नए बगीचे लगाने पर सब्सिडी
राजस्थान सरकार 2 हेक्टेयर क्षेत्र में लूज फ्लावर यानी देसी गुलाब, गेंदा, गुलदाउदी, गैलार्डिया की खेती के लिए छोटे और सीमांत किसानों को लागत का 40% तक सब्सिडी यानी अधिकतम 16,000 रुपये की सब्सिडी देगी. फूलों के बागवानी की लागत 40,000 रुपये प्रति हेक्टेयर अनुमाति की गई है. अन्य किसानों को लूज फ्लावर की खेती पर 25% की छूट यानी अधिकतम 10,000 रुपये सब्सिडी दी जाएगी.
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किसानों को मिलेंगी ये सुविधाएं
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फूलों की बागवानी के लिए विशेष अनुदान योजना में आवेदन करने के बाद चयनित लाभार्थी किसानों को शस्य क्रियाओं, फूलों की मार्केटिंग, रख-रखाव और उपयोग आदि की तकनीकी जानकारी दी जाएगी. खाद्य, उर्वरक एवं पौध संरक्षण रसायन आदि आदान सहकारी समितियों से उपलब्ध कराए जाएंगे. सब्सिडी रकम सबसे पहले पौध रोपण सामग्री व राशि बाकी रहने पर अन्य आदानों पर उपलब्ध करायी जाएगी.
नए स्थापित फूलों के बगीचों पर किसान का नाम व पूरा पता, स्थापित वर्ष, कुल क्षेत्रफल, फसल व किस्म का नाम, राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत अनुदानित इत्यादि की जानकारी का बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा. फूलों की बागवानी करने वाले किसान को गोबर की खाद (FYM) 1.00 रुपये प्रति किलोग्राम और वर्मीकंपोस्ट 1.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से उपलब्ध करवाई जाए.
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इन जिलों में लागू है स्कीम
फूलों के नये बगीचों की स्थापना जिन जिलों में लागू है, उनमें अजमेर, अलवर, बांसवाडा, बाडमेर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुंनू, जोधपुर, कोटा, नागौर, पाली, सिरोही, सवाई माधोपुर, टोंक, उदयपुर, बारां और करौली शामिल है.
जरूरी डॉक्यूमेंट्स
फूलों की बागवानी के लिए आवेदक के पास आधार कार्ड की कॉपी, जमाबंदी की कॉपी, किसान द्वारा शपथ पत्र, जन-आधार/भामाशाह कार्ड की कॉपी होने जरूरी हैं.
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कैसे करें आवेदन
फूलों के नये बगीचों की स्थापना के लिए आवेदन निःशुल्क है. आवेदक ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. आवेदक चाहें तो अपने नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाकर या अपने स्वयं के ई-मित्र खाते से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है. अधिक जानकारी के लिए www.horticulture.rajasthan.gov.in पर विजिट कर सकते हैं.
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05:15 PM IST